प्रयागराज कुंभ मेले में गंगा के जल को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ है। संगम के जल की साफ-सफाई पर दो रिपोर्टें आई हैं। इससे एक नया विवाद खड़ा हो गया है।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने एनजीटी को एक रिपोर्ट सौंपी थी। इस रिपोर्ट में गंगा-यमुना के जल में अत्यधिक बैक्टीरिया की संख्या बताई गई थी। यह बैक्टीरिया निर्धारित सीमा से अधिक पाए गए थे।
फिर, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) ने एक नई रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस रिपोर्ट में सीपीसीबी की रिपोर्ट को भ्रांतपूर्ण बताया गया।
एनजीटी ने यूपीपीसीबी से पुनः रिपोर्ट मांगी है। इस मुद्दे पर अब 28 फरवरी को सुनवाई होगी। कुंभ मेला 26 फरवरी को समाप्त हो जाएगा।
प्रयागराज में 13 जनवरी से कुंभ स्नान का आयोजन हो रहा है। सरकार के अनुसार, लगभग 58 करोड़ लोग संगम में स्नान कर चुके हैं। प्रयागराज कुंभ मेले में गंगा के जल को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया है। संगम के जल की शुद्धता पर दो रिपोर्टें प्रकाशित हुई हैं, जिससे नया विवाद खड़ा हो गया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने एनजीटी को एक रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। इस रिपोर्ट में गंगा-यमुना के जल में अत्यधिक बैक्टीरिया की मात्रा दर्शाई गई थी। ये बैक्टीरिया मानक सीमा से अधिक पाए गए थे।
इसके बाद, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) ने एक नई रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस रिपोर्ट में सीपीसीबी की रिपोर्ट को सही नहीं माना गया।
एनजीटी ने यूपीपीसीबी से फिर से रिपोर्ट की मांग की है। इस विषय पर अब 28 फरवरी को सुनवाई होगी। कुंभ मेला 26 फरवरी को समाप्त होगा।
प्रयागराज में 13 जनवरी से कुंभ स्नान जारी है। सरकार के मुताबिक, लगभग 58 करोड़ लोग संगम में स्नान कर चुके हैं।
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