दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने के 27 साल बाद बीजेपी सत्ता में आई है. हालांकि, अभी तक मुख्यमंत्री का नाम नहीं घोषित हुआ है, लेकिन दिल्ली के लोग जल्द ही कई बदलाव देखेंगे. जानकारी के अनुसार, बीजेपी मोहल्ला क्लीनिक को आयुष्मान आरोग्य मंदिर में बदलने की योजना बना रही है.
केंद्र सरकार दिल्ली सरकार से मोहल्ला क्लीनिक की स्थिति पर रिपोर्ट मांगेगी, जिसमें यह देखा जाएगा कि क्या इन्हें आयुष्मान आरोग्य मंदिर में बदला जा सकता है. स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, इस रिपोर्ट में मोहल्ला क्लीनिक की स्वास्थ्य सेवाओं और भ्रष्टाचार के आरोपों की भी जांच की जाएगी.
सरकार आयुष्मान भारत योजना की भी स्थिति का आकलन करेगी. इस योजना से 51 लाख लोगों को आयुष्मान भारत कार्ड मिलने की संभावना है. यदि मोहल्ला क्लीनिक को आयुष्मान आरोग्य मंदिर में बदला जाता है, तो उन्हें योजना के दिशा-निर्देशों का पालन करना आवश्यक होगा.
मोहल्ला क्लीनिक पर कई आरोप लगे हैं. जनवरी में, दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने मोहल्ला क्लीनिक में फर्जी डायग्नोस्टिक टेस्ट के मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे. आरोप है कि ये टेस्ट निजी लैब्स को लाभ पहुंचाने के लिए करवाए गए थे. आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में विभिन्न बीमारियों की स्क्रीनिंग होती है, जिसमें कैंसर की जांच शामिल है. 31 जनवरी 2025 तक पूरे भारत में 1,76,141 आयुष्मान आरोग्य मंदिर चालू हो चुके हैं.
दिल्ली और पश्चिम बंगाल में यह योजना लागू नहीं है. यह केंद्र सरकार की प्रमुख स्वास्थ्य योजना है, जो हर साल 5 लाख रुपये तक का मेडिकल बीमा कवर देती है. इसका लाभ 12.37 करोड़ गरीब परिवारों को मिलता है, जो देश की आर्थिक रूप से कमजोर आबादी का 40 प्रतिशत हैं.
हाल ही में, इस योजना का विस्तार कर 70 साल से ऊपर के 6 करोड़ वरिष्ठ नागरिकों को भी शामिल किया गया है, चाहे वे किसी भी आर्थिक वर्ग से हों. केंद्र सरकार चाहती है कि दिल्ली भी इस योजना को अपनाए, ताकि गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें.
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